- पंजाब के राजनीतिक स्वार्थों की खातिर लगाई अपनी ही आग में झूलस कर तबाह हो जाएगा अकाली दल
-अकालियों के राजनीतिक पाखंड वाली कांठ की हांडी अब बार बार नहीं चढ़ सकती आग पर 
- लोग अकालियों को  अब नहीं निकलने देंगे घरों से बाहर 
अमृतसर, 19 अक्टूबर : 
नेशनल स्टूडेंट्स फेडरेशन (एनएसएफ) के राज्य अध्यक्ष गगन भाटिया ने कहा कि सत्ता की कुर्सी पर स्थाई पकड़ बनाए रखने के लिए अकाली दल की ओर से पंजाब में लगाई गई राजनीतिक आग में अकाली दल खुद ही जल कर राख हो जाएगा। अकाली दल के नेताओं का वहीं हाल पंजाब के लोग करेंगे जैसा हाल मिसर और लीबिया के लोगों ने वहां के राजनेताओं का किया था। वह दिन दूर नहीं जब पंजाब के लोग सत्ताधारी अकाली भाजपा नेताओं को उनके घरों से बाहर नहीं निकलने देंगे। मन्ना पंजाब में सत्ताधारियों की ओर से पैदा किये गए दहशतवाले हालातों के संबंध में मीडिया के साथ बातचीत कर रहे थे। 
,एनएसएफ नेता ने कहा कि अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिए सत्ताधारी अकाली दल बादल के नेतृत्व ने पंजाब को एक बार फिर राजनीतिक आग की भ_ी में झोंक कर अपनी सत्ता की राजनीतिक रोटियां सेंकनी शुरू कर दी है। इस से पहले ही जब जब अकाली दल पर सत्ता का संकट आता रहा है अकाली दल की लीडरशिप पंजाब और पंजाबियों को धर्म , पंथ , कौम और श्री अकाल तख्त साहिब पर संकट का नारा देकर आम लोगों की कीमती जानों के साथ खिवाड़ करके अपने सत्ता के सुख की आयु को लम्बा करते रहे है। परंतु इस बार अकाली दल के नेतृत्व को पंजाब के लोगों के प्रतिक्रम से मूंह की खानी पड़ेगी। पंजाब के लोग जागृत हो चुके है। अब व सत्ताधारी अकाली दल की लीडर शिप की हर लूंबड़ी वाली चाल कर समझते है। इसी का ही परिणाम है कि आज अकाली दल के मंत्री विधायक लोगोंं के सत्ता के खिलाफ उठ रहे रोष के का सामने करने के लिए लोगों के बीच आने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे है। 
कांग्रेसी नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को अब समझ लेना चाहिए कि उनेक राजनीतिक पाखंड  वाली काठ की हांडी बार बार आग पर नहीं चढ़ाई जा सकती। पंजाब के लोग अब अकाली दल की पंथ खतरे के नारे की पीछे की छुपी सचाई को समझ चूके है। इस लिए आज पंजाब के लोगों के अंदर सत्ता के खिलाफ जो गुस्से व रोष की लहर है वह लहर सडक़ों पर बादलों के खिलाफ दिखाई देने लग पड़ी है। पंजाब के लोगों ने तो अब स्पष्ट एलान कर दिया है कि वह अकाली दल के मंत्रियों और विधायकों को अपने इलाकों में नहीं घूसने देंगे। यही वजह है कि कुछ दिनों से अकाली दल के नेताअेां ने लोगों में आना ही बंद कर दिया है या तो अकाली दल के कई नेता अन्य राज्यों को चले गए है या फिर विदेशों में जा का छुप गए है। 
भाटिया ने कहा कि अब अकाली दल के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री को भी चाहिए कि वह भी समय रहते पंजाब छोउ़ कर विदेशों में चले जाए नहीं तो पंजाब के लोग न तो उनको सडक़ों पर आने देंगे और उन द्वारा आम जनता को लूट कर बनाई गई संपत्ति का सुख भोगने की इजाजत देंगे। पंजाब की आम जनता को नशा, कानूनी चक्करों , कारोबारों और घरों से बेदखल करके बनाए गए साम्राज्य को पंजाब की जतना जल्दी ही तहस नहस करके नया जन हित वाला सिस्टम स्थापित करके रहेगी। मन्ना ने कहा कि पंजाब के चेतन हो चुके लोगों को अब सत्ताधारियों की कोई भी साजिश अपने हित्तों का न तो शिकार बना सकती है और न ही उनके खून के साथ होली खेलने की इजाजात दे सकती है। इस लिए मुख्यमंत्री को चाहिए कि वह अब अपने रिश्तेदारों और परिवारिक सदस्यों को उसी तरह विदेशों में भेज दें जैसे पंजाब में आतंकवाद के काले दौर में बादल ने अपने परिवार के लोगों को विदेशों में भेज कर आम लोगों के शवों पर अपनी सत्ता की कुर्सी स्थापित की थी। परंतु अब लोग इस गंदे और दर्द नाक इतिहास को दोबारा किसी को भी दोहराने की इजाज न देते हुए स्वस्थ्य समाज के निर्माण की बुनियाद रखेंगे।